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bavasir ko kaise thik kare

बवासीर (Piles) को जड़ से खत्म करने का सफल घरेलू उपचार

बवासीर (Piles) के लिए 8 बेहतरीन घरेलू इलाज

बवासीर, जिसे हेमरॉइड्स (Hemorrhoids) भी कहा जाता है, गुदा नहर में सूजी हुई नसों की स्थिति है। सामान्य अवस्था में, ये नसें मल के मार्ग को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। हालांकि बवासीर का सटीक कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन शोध से पता चला है कि मल त्याग के दौरान गुदा पर बढ़ा हुआ दबाव इस समस्या का मुख्य कारण हो सकता है।

यदि आपको बैठते समय या मल त्याग करते समय गुदा में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। डॉक्टर द्वारा सुझाए गए उपचार का पालन करना जरूरी है। इसके अलावा, एक स्वस्थ जीवनशैली और आहार का पालन भी करना चाहिए।

बवासीर का दर्द कैसे कम करें, शुरुआती उपायों में फाइबर युक्त आहार लेना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और आराम करना शामिल है। समस्या के क्षेत्र में मेडिकेटेड क्रीम का उपयोग भी किया जा सकता है, हालांकि इसका प्रभाव आपकी स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है।

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बवासीर के कारण

बवासीर का सही कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन निम्नलिखित कारक इसके विकास में योगदान कर सकते हैं:

  1. पोषण संबंधी कारक: कम फाइबर युक्त आहार।
  2. मल त्याग की अनियमितता: कब्ज या दस्त।
  3. व्यायाम की कमी।
  4. अधिक इंट्रा-एब्डोमिनल प्रेशर: तनाव या गर्भावस्था के कारण।
  5. आनुवांशिक कारण।
  6. हेमरॉइडल नसों में खराब वाल्व।

अन्य कारक भी बवासीर को बढ़ावा दे सकते हैं, जैसे:

  • पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन।
  • लंबे समय तक बैठे रहना।
  • मोटापा।

बवासीर के प्रकार

  • आंतरिक बवासीर: ये बवासीर गुदा गुहा के अंदर होते हैं और कभी-कभी गुदा से बाहर आ सकते हैं। इन्हें चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है:

    • प्रथम श्रेणी: बवासीर गुदा से बाहर नहीं आता, लेकिन खून आ सकता है।
    • द्वितीय श्रेणी: मल त्याग के दौरान बाहर आता है लेकिन बाद में अंदर चला जाता है।
    • तृतीय श्रेणी: कभी-कभी बाहर आता है, लेकिन हल्के से धक्का देने पर अंदर चला जाता है।
    • चतुर्थ श्रेणी: ये आंशिक रूप से गुदा के बाहर होते हैं और इन्हें अंदर नहीं धकेला जा सकता।
  • बाहरी बवासीर: ये गुदा नहर के पास होते हैं और इनमें खून के थक्के बनने पर दर्द हो सकता है।

  • प्रोलेप्सड बवासीर: ये आंतरिक और बाहरी बवासीर दोनों ही आगे की ओर बढ़ सकते हैं, जिससे गुदा के बाहर उभार बनता है।

बवासीर के लक्षण
  • गुदा में खुजली।
  • गुदा में दर्द, विशेषकर लंबे समय तक बैठे रहने पर।
  • गुदा के पास एक या अधिक सख्त, कोमल गांठ।
  • मलाशय से खून रिसना।
  • मल त्याग करते समय दर्द या परेशानी।
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बवासीर के लिए घरेलू इलाज
  • सिट्ज बाथ: गर्म पानी से नहाना बवासीर के कारण होने वाली जलन को कम कर सकता है। सिट्ज बाथ का उपयोग इस प्रक्रिया में सहायक हो सकता है।

  • कोल्ड कंप्रेस: गुदा पर आइस पैक लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है।

  • नारियल तेल: नारियल तेल के सूजन कम करने वाले गुण बवासीर के लक्षणों में राहत दिला सकते हैं।

  • वेट वाइप्स: भीगे हुए वाइप्स का इस्तेमाल टॉयलेट पेपर की बजाय करें, जिससे जलन नहीं होती।

  • व्यायाम: नियमित व्यायाम से बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।

  • तनाव प्रबंधन और अच्छी नींद: तनाव कम करना और अच्छी नींद लेना पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

  • हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आंतों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।

  • फाइबर युक्त आहार: फाइबर से भरपूर आहार लेना मल त्याग को आसान बनाता है।

डॉक्टर से कब मिलें?

यदि घरेलू उपचार से 2-4 दिनों के बाद भी लक्षणों में सुधार नहीं होता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। यदि आपके मलाशय से खून रिस रहा हो या अत्यधिक दर्द हो रहा हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

निष्कर्ष

बवासीर एक ऐसी समस्या है जिसे सही समय पर पहचान कर इलाज किया जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेदिक उपचार और घरेलू उपायों से बवासीर का प्रभावी ढंग से इलाज संभव है। साथ ही, जीवनशैली में बदलाव और नियमित व्यायाम इसे नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। यदि आपको बवासीर के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत इलाज करें और डॉक्टर की सलाह लें।

FAQs: बवासीर के बारे में सामान्य प्रश्न

Q1. क्या बवासीर का इलाज बिना सर्जरी के संभव है?
हाँ, आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों से बवासीर का इलाज बिना सर्जरी के संभव है। हालांकि, गंभीर मामलों में डॉक्टर की सलाह आवश्यक होती है।

Q2. बवासीर से बचने के लिए क्या खाना चाहिए?
फाइबर युक्त आहार जैसे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज का सेवन करें। पानी का अधिक सेवन करें और तैलीय व मसालेदार भोजन से परहेज करें।

Q3. क्या व्यायाम बवासीर में सहायक हो सकता है?
हाँ, नियमित व्यायाम करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है, जिससे बवासीर में आराम मिलता है।

Q4. क्या गर्भावस्था में बवासीर का इलाज संभव है?
गर्भावस्था में बवासीर का इलाज आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों से संभव है। हालांकि, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।

Q5. क्या बवासीर का इलाज पूरी तरह से संभव है?
बवासीर का इलाज संभव है, लेकिन इसके पुनः होने की संभावना बनी रहती है। उचित जीवनशैली और आहार का पालन करने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

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